क्या आपने किया इस ऐतिहासिक गली का दीदार? नहीं तो हो जाए तैयार, 59 सालों बाद खुली ये गर्तांग गली

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Uttarakhand न्यूज डेस्क (nainilive.com)- पहाड़ों की नगरी उत्तराखंड में वैसे तो अनेकों ऐसे पर्यटक स्थल है, जो अपनी एक अलग ही पहचान रखते है। देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग देव भूमि उत्तराखंड घूमने आते है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे प्रयर्टक स्थल के बारे में बताएंगे, जो साल 1962 से बंद पड़ी थी। जी हां वो और कोई नहीं बल्कि उत्तरकाशी के जाड गंगा घाटी में मौजूद ऐतिहासिक गर्तांग गली। जिसकों लंबे अरसे के बाद अब पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। आपको बता दे कि उत्तरकाशी की ऐतिहासिक गर्तांग गली आज कल सैलानियों से गुलजार है। बड़ी तदाद में सैलानी इस गली को घूमने आ रहे है।

इस गर्तांगली का निर्माण 17वीं सदी में पेशावर से आए पठानों द्वारा किया गया था और 1962 से पहले इस रास्ते के द्वारा भारत-तिब्बत के बीच व्यापार किया जाता था। नेलांग घाटी के दोनों तरफ इस समय व्यापारियों की धूम रहती थी. तिब्बती व्यापारी ऊन और चमड़े से बने कपड़े लेकर सुमला, मंडी और नेलांग से गर्तांग गली होते हुए उत्तरकाशी पहुंचते थे। लेकिन भारत-चीन के युद्ध के बाद गर्तांग गली से व्यापारिक गतिविधियां बंद हो गई थीं। जबकि एक बार इस गली का प्रयोग सेना ने किया था। लेकिन साल 1975 में जब भैरव घाटी से नेलांग तक सड़क बन गई तो सेना ने भी इस रास्ते का इस्तेमाल बंद कर दिया था।

वही इस गर्तांग गली का पुनरुद्धार कराया गया और जून में शुरू होकर जुलाई के आखिरी तक इसका कार्य पूरा हो गया। जिसके बाद अब इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।

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