बिहार में कन्हैया कुमार के काफिले पर फिर हमला, दो लोग जख्मी, वाहनों के फूटे शीशे

Share this! (ख़बर साझा करें)

सुपौल (nainilive.com) बिहार में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व भाकपा नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर बुधवार की शाम में भीड़ ने हमला कर दिया है. हमला सुपौल में किया गया है. काफिले में शामिल दो लोग जख्मी हो गए हैं. दो वाहनों के शीशे भी फूट गए हैं.

बताया जाता है कि इस बाबत दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बता दें कि इसके पहले आज ही झंझारपुर में भाकपा नेता कन्हैया के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था. झंझारपुर के बाद कन्हैया कुमार सुपौल पहुंचे थे.

जानकारी के अनुसार, सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ जन-गण यात्रा के तहत संघर्ष मोर्चा द्वारा आयोजित सभा में शामिल होने आ रहे कन्हैया कुमार को सुपौल में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा. जैसे ही कन्हैया का काफिला मल्लिक चौक पर पहुंचा, सैकड़ों की संख्या में उपस्थित युवाओं ने कन्हैया के विरोध में जमकर नारेबाजी की.

इसी क्रम में काफिले की गाडिय़ों पर युवकों ने पथराव भी कर दिया. इस पथराव में काफिले में शामिल दो वाहनों के शीशे टूट गए. घायलों में एक ड्राइवर के घायल होने की सूचना है. प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद कन्हैया कुमार को सभा में जाने की अनुमति नहीं दी गई और काफिले को सहरसा की ओर रवाना कर दिया गया.

उधर, बताया जाता है कि इस घटना को लेकर कनहैया के समर्थकों में काफी नाराजगी है. दरअसल, आज ही सुपौल के पहले झंझारपुर में कन्हैया कुमार के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था. साथ ही उनके खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की. इतना ही नहीं, सोमवार को सारण में उनके काफिले को काला झंडा दिखा गया था. बता दें कि 26 जनवरी से वामदलों की ओर से जन गण यात्रा शुरू की गई है. यह यात्रा सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में निकाली गई है और इसका नेतृत्व कन्हैया कुमार कर रहे हैं.

वहीं, दूसरी ओर इससे पूर्व किशनपुर के सिसौनी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि यह देश गांधी का देश है. इस देश में सभी का अधिकार है, लेकिन कुछ लोग आज गद्दी पर बैठ गए हैं जो हमलोगों से भारतीय होने का सबूत मांग रहे हैं. इस देश को आजाद कराने के लिए मेरे पुरखों ने कुर्बानी दी है. इस देश को आजाद कराने के लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी का योगदान रहा है. जो लोग इस देश को आजाद कराने में रुचि नहीं रखते थे, वह लोग आज हमलोगों से भारतीय होने का सबूत मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह बन गई है कि वर्तमान सरकार के द्वारा चुनाव में किए गए वादे को गरीब, छात्र, किसान, मां-बहनें पूरा करने की मांग करती हैं तो सरकार इस मांग को भटकाने के लिए तरह-तरह के काले कानून को लाकर शिगूफा छोड़ती रहती है.

नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page