गजब : बरेली अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव व्यवसायी, लालकुआं में दर्ज किया पुलिस ने बलवा करने का मुकदमा

गजब : बरेली अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव व्यवसायी, लालकुआं में दर्ज किया पुलिस ने बलवा करने का मुकदमा

गजब : बरेली अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव व्यवसायी, लालकुआं में दर्ज किया पुलिस ने बलवा करने का मुकदमा

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प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने भी जताई नाराजगी, पुलिस से की मुकदमे वापिस लेने की मांग

ऐजाज हुसैन, लालकुआं (nainilive.com) – 24 घंटे के अंदर अपहृत युवती को बरामद कर मामले का खुलासा किये जाने पर हो रही वाहवाही और सम्मानित किए जाने के बीच ही पुलिस ने अपहरण के बाद युवती की बरामदगी की मांग कर रही भीड़ में शामिल 52 लोगों के खिलाफ बलवा, राजकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने, कोविड 19 के नियमों का उल्लंघन करने समेत 7 क्रिमिनल लाॅ अमेंडमेंट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर खुद को आलोचना का शिकार बना लिया है।
वहीं सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि जिन 52 लोगों पर मुकदमें दर्ज किये गये हैं उनमें से एक व्यक्ति अंशुल अग्रवाल पुत्र अशोक अग्रवाल बीती 5 सितंबर से बरेली के श्री राममूर्ति स्मारक अस्पताल में कोरोना संक्रमित होने के कारण अपना इलाज करवा रहा है। जिसके बाद जनता में सवाल उठने लगे हैं कि यह तो एक व्यक्ति है। जिसके पास इत्तेफाक से सबूत निकल आया कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था। लेकिन उक्त भीड़ में ऐसे और भी ऐसे कई लोग हो सकते हैं। जो उस वक्त मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके पास इसका कोई सबूत भी नहीं होगा जो वह पेश कर सकें।
वहीं जब नामजद अंशुल अग्रवाल द्वारा जब सोशल मीडिया पर अपने अस्पताल में भर्ती होने के सबूत पेश कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये गये तो पुलिस भी एकाएक बैकफुट पर आ गई और एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि सड़कों पर अराजकता करने वालों पर पुलिस कार्यवाही कर रही है। अब तक 52 लोगों को चिन्हित किया गया है। चिन्हित किए गए 52 लोगों में कई लोगों के गलती से आये नामों को हटाया जायेगा। साथ ही घटना के दौरान मदद करने वाले लोगों के भी नाम हटाने की कार्यवाही को जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अपहरण प्रकरण में जो भी अन्य लोग शामिल पाए जाएंगे उनके खिलाफ भी पुलिस कड़ी कार्यवाही करेगी।
वहीं लालकुआं कोतवाली में तैनात एसआई रोहताश सागर ने बताया कि भीड़ में शामिल लोगों के चेहरे पहचानने के दौरान एक व्यक्ति की कदकाठी अंशुल अग्रवाल जैसी लग रही थी जिस कारण उनका नाम एफआईआर में शामिल किया गया था। अब बात साफ हो गई है और अंशुल अग्रवाल का नाम एफआईआर से हटाने की कार्रवाई की जा रही है।
बताते चलें कि लालकुआं में कोतवाली से कुछ ही दूरी पर एक युवती का अपहरण हो गया था। अपहरण के समय जब शोर शराबा हुआ तो लोगों ने अपहरणकर्ताओं की गाड़ी का पीछा किया और उसके शीशे भी तोड़ डाले, बावजूद उसके अपहरणकर्ता युवती का अपहरण करने में कामयाब हो गये थे। कोतवाली से चंद कदम की दूरी पर घटित हुई इस अपहरण की घटना के बाद लोगों का आक्रोशित होना स्वाभाविक था। बड़ी संख्या में आक्रोशित लोगों ने कोतवाली का घेराव किया। पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया और तत्परता दिखाते हुए 24 घंटे के अंदर युवती को बरामद कर अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए लालकुआं के कई संगठनों द्वारा पुलिस टीम को सम्मानित भी किया गया।
लेकिन पुलिस ने एक ओर जहां अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया वहीं दूसरी ओर आक्रोशित लोगों की भावनाओं को दरकिनार करते हुए उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमें दर्ज कर दिये। जिसमें एक नाम अंशुल अग्रवाल का भी शामिल है जो 5 सितंबर से ही श्री राममूर्ति अस्पताल बरेली में भर्ती है। जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं क्षेत्रवासियों का कहना है कि पुलिस को ऐसे मामले में जनभावनाओं को समझते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करना चाहिए था। इसके विपरीत कई निर्दोष व्यक्तियों के खिलाफ ही मुकदमा लिख दिया गया।
वहीं युवती के अपहरण मामले में युवती की बरामदगी की मांग कर रहे लोगों पर झूठे मुकदमें दर्ज करने को लेकर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए मुकदमे वापिस लेने की मांग की है।
व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने यहां एक प्रेस वार्ता आयोजित कर लालकुआं प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाॅबी सम्भल पर पुलिस द्वारा लगाए गए मुकदमे को लेकर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष संजय जोशी एवं नगर महामंत्री दिनेश लोहनी ने कड़ी नाराजगी जताई।
जिला उपाध्यक्ष संजय जोशी ने कहा कि पुलिस द्वारा किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा व्यापारियों पर बिना जांच पड़ताल लगाये गये झूठे मुकदमे को वापिस नहीं लिया गया तो प्रदेश स्तरीय उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
नगर महामन्त्री दिनेश लोहनी ने कहा कि पुलिस द्वारा व्यापारियों पर लगाए झूठे मुकदमों को वापिस नहीं लिया गया तो व्यापारी नेता अपने पदों से इस्तीफा दे देंगे।

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