भवाली सैनाटोरियम के सरकार द्वारा की जा रही उपेक्षा:हेम चंद आर्य

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संतोष बोरा , नैनीताल/भवाली ( nainilive.com )- वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हेम चंद आर्य ने कहा है कि भवाली सैनाटोरियम के सरकार द्वारा लगातार उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा भवाली सैनाट़ोरियम सन् 1920 में टी बी के उपचार हेतु बनाया गया एशिया में प्रथम अस्पताल बना 378 शय्या युक्त यह 200 एकड़ जमीन पर बना है।उत्तराखंड राज्य बनने के बाद इस अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमराने लगी है।

उन्होंने कहा विदेश से यहां उपचार हेतु मरीज आते थे जिनका उपचार यहां भर्ती कर किया जाता रहा था. यहां पर लगभग आज भी 150 नियमित कर्मचारी हैं। लेकिन सरकार की लापरवाही उपेक्षा के कारण यह ऐतिहासिक महत्व का अस्पताल बन्द होने के कगार पर पहुंच गया है। यहां पर अक्सर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे चैस्ट इंस्टिट्यूट, कभी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, कभी कोराना अस्पताल के संदर्भ में किया जाता रहा है। लेकिन जनसहभागिता नहीं होने से कूड़े की टोकरी में सरकार द्वारा डाल दिया जाता है।

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जब देश प्रदेश में संक्रामक बिमारियां हर रोज बढ़ रही हैं ऐसे में इस एतिहासिक विरासत के अस्पताल का महत्व बहुत बढ़ जाता है। सरकार कम खर्च पर अधिक से अधिक मरीजों का इलाज कर सकती हैं।

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