छापों के विरोध में पीएफआई ने बुलाया केरल बंद हुआ हिंसक, तमिलनाडु में भी की गई तोडफ़ोड़

Share this! (ख़बर साझा करें)

तिरुवनंतपुरम (nainilive.com) –  देश की जांच एजेंसियों एनआईए और ईडी के द्वारा गुरूवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ऑफिसों, नेताओं के घरों और अन्य जगहों पर की गई छापेमारी के विरोध में पीएफआई ने आज 23 सितंबर को केरल बंद का आह्वान किया है. इस दौरान पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने केरल के तिरुवनंतपुरम में एक कार और ऑटो रिक्शा में तोडफ़ोड़ की गई है.

इसके अलावा तमिलनाडु के कोयंबटूर में सदस्यों के गिरफ्तारी के बाद पीएफआई ने हिंसक प्रदर्शन किया है. इस दौरान भाजपा कार्यालय पर भी हमला किया गया है. भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उनके कार्यालय पर पेट्रोल बम फेंका गया है. इस पूरी घटना के बाद भाजपा कार्यालय के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

गौरतलब है कि पीएफआई द्वारा देश में आतंकी गतिविधियों का कथित तौर पर समर्थन करने की जानकारी के बाद एनआईए और ईडी की ओर से की गई ये छापेमारी की गई थी. जांच एजेंसियों ने गुरुवार को 15 राज्यों में 93 स्थानों पर एक साथ छापे मारे थे. इस दौरान पीएफआई के 106 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था. केरल में पीएफआई के सबसे अधिक 22 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए लोगों में इसके अध्यक्ष ओएमए सलाम भी शामिल हैं. वहीं बीजेपी की केरल इकाई ने पीएफआई की केरल में प्रस्तावित हड़ताल को अनावश्यक बताया और राज्य सरकार से इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया.

वहीं पीएफआई की ओर से शुक्रवार को बुलाए गए बंद को देखते हुए केरल पुलिस ने राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी है. जिला पुलिस प्रमुखों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश जारी किए गए हैं. पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार कानून तोडऩे वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सरकारी बस सेवा केएसआरटीसी ने कहा है कि वह बसों का संचालन जारी रखेगी. परिवहन निगम ने कहा कि जरूरत पडऩे पर अस्पतालों, हवाई अड्डे तथा रेलवे स्टेशनों तक पहुंचने के लिए विशेष सेवा संचालित की जाएगी. परिवहन निगम ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो पुलिस सुरक्षा की भी मांग की जाएगी.

बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रमुख के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि पीएफआई की ओर से पहले भी बुलाई गई सभी हड़ताल में दंगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के प्राधिकारियों को लोगों के जीवन और संपत्ति की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएफआई बाहुबल के जरिए आतंकवाद के मामलों से निपटने की कोशिश कर रहा है और उसके नेतृत्व से यह ध्यान रखने को कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है न कि एक धार्मिक राष्ट्र. सुरेंद्रन ने एक बयान में कहा कि अनावश्यक हड़ताल के खिलाफ उच्च न्यायालय के कड़े रूख के बावजूद राज्य में वामपंथी सरकार वोट बैंक पर नजर रखते हुए पीएफआई के प्रति नरम रुख दिखा रही है.

पीएफआई ने एक बयान जारी कर केन्द्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के विरोध में केरल में शुक्रवार को सुबह से शाम तक की हड़ताल का आह्वान किया है. बयान में कहा गया है कि इसकी राज्य समिति ने महसूस किया कि संगठन के नेताओं की गिरफ्तारी राज्य प्रायोजित आतंकवाद का हिस्सा थी. पीएफआई के प्रदेश महासचिव ए अब्दुल सत्तार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नियंत्रण वाली फासीवादी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके असहमति की आवाज को दबाने के प्रयास के खिलाफ राज्य में 23 सितंबर को हड़ताल की जाएगी. उन्होंने कहा कि सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक हड़ताल की जाएगी.

Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page