पत्रकारों पर कोरोना का कहर
त्रिलोक चन्द्र भट्ट , हरिद्वार ( nainilive.com )- भारत ही नहीं पूरी दुनियां में कोविड-19 (कोरोना) की रिपोर्टिंग करते हुए कई पत्रकारों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ़ है तो कई के ऊपर ग्राउंड से पॉजिटिव खबर दिखाने का दबाव है। कुछ पत्रकार मजदूरों और गरीबों की दुर्दशा देखकर मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं तो कुछ वर्क फ्रॉम होम में अपनी अच्छी परफ़ॉर्मेंस को लेकर चिंतित हैं। इस सबके बीच पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर फील्ड रिपोर्टिंग कर रहे हैं। जिस कारण वे भी कोरोना संक्रमित होने लगे हैं। बहुत से स्थानों से अभी सूचनाएं नहीं मिली हैं लेकिन जो सूचनाएं मिली हैं पत्रकारों के लिए चिंताजनक हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों में मीडिया कर्मियों के संक्रमण की बात करें तो हाल ही मुंबई में 53 पत्रकारों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है सभी को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। यहां फील्ड में काम कर रहे 171 लोगों का कोरोना टेस्ट लिया गया था, जिसमें फोटोग्राफर्स, कैमरामैन और रिपोर्टर्स शामिल थे।
वहीं रविवार को जालंधर (पंजाब) में कोरोनावायरस संक्रमण के 5 और नए लोगों में कोरोना (SARS-CoV-2) की पुष्टि हुई है। सभी एक अखबार में काम करते हैं। इस रिपोर्ट के साथ ही अब अखबार के 8 पत्रकारों को कोरोना की पुष्टि हो गई है। उनके परिवारों के भी इतने ही लोग संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है कि अखबार के दफ्तर में इतना संक्रमण फैला कैसे? जानकार कह रहे हैं कि अखबार में काम करने वाले कर्मचारी पहला पॉजिटिव केस मिलने तक एक ही बायोमैट्रिक का इस्तेमाल कर रहे थे। यानी अखबार के कर्मचारियों की हाजिरी के लिए इस्तेमाल बायोमैट्रिक मशीन पर सैकड़ों इंप्रेशन (अंगुली या अंगूठे का निशान) पड़ रहे थे। संक्रमण फैलने का यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है। हालांकि संस्थान ने जगह-जगह हाथ न मिलाने और दूरी बनाए रखने के पोस्टर लगा रखे थे। इसका पालन नहीं किया गया।
तमिलनाडु के दो पत्रकारों में भी रविवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि तमिल दैनिक में काम करने वाले एक संवाददाता में और तमिल चैनल में काम करने वाले उप संपादक में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इनमें से एक पत्रकार 25 वर्ष का है और प्रिंट मीडिया में कार्यरत है, जबकि दूसरा 23 वर्ष का है और इलेक्ट्रानिक मीडिया से है।
असम में भी कुछ पत्रकारों को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद क्वारनटीन किया गया है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की आखिरी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद पत्रकारों को क्वारनटीन में जाना पड़ा था। दरअसल, भोपाल में हुए कमलनाथ के प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद एक पत्रकार की बेटी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. इसके बाद पत्रकार का भी टेस्ट हुआ, जिसमें वह भी पॉजिटिव मिला था। फिरोजाबाद (उप्र) में भी एक पत्रकार के संक्रमित होने की सूचना है। देश में पत्रकारों के कोरोना संक्रमण के अलग से आंकड़े इकट्ठे किए जायें तो इसमें सटीक जानकारी सामने आ सकती है।
भारत ही पूरे विश्व में चिकित्सा कर्मियों, पुलिस और सफाई कर्मियों की तरह पत्रकार भी कोरोना वायरस की चपेट में हैं। कोरोना वायरस से ही स्पेन के दो खेल पत्रकारों का देहांत हुआ था। अंतर्राष्ट्रीय खेल पत्रकार संघ (AIPS) की रिपोर्ट के मुताबिक 59 साल के जोस मारिया कैनडेला और 78 साल के थॉमस डिएज वाल्डेस की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई। जोस रेडियो नेशनल डी स्पेन (RNE) के लिए कार्यरत थे और थॉमस मोटरप्वाइंट नेटवर्क एडिटर्स के महानिदेशक के रूप में काम कर रहे थे। साथ ही वह 30 साल तक स्पेन के अखबार एएस के पत्रकार भी रहे थे।
संयुक्त राज्य में एबीसी न्यूज़ के दो पत्रकार कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। रोम में रहने वाले सीबीएस न्यूज़ के पत्रकार सेथ डोयने के साथ साथ इसी मीडिया कंपनी के पांच अन्य पत्रकार कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार रिचर्ड विल्किन्स जिन्होंने कोरोना वायरस से पीड़ित टॉम हैंक्स की पत्नी रीटा विल्सन का साक्षात्कार किया था भी इससे संक्रमित पाए गए हैं। द टाइम्स (यूके) का भी एक पत्रकार इससे संक्रमित पाया गया है। न्यूयॉर्क के एनबीसी न्यूज़ के लिए प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में काम करने वाले लैरी एजवर्थ की 19 मार्च, 2020 को इस बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई। बेंगलुरु के कलबुर्गी में कोरोना वायरस की वजह से जिस व्यक्ति का निधन हुआ था उसके पुत्र का साक्षात्कार करने वाले चार पत्रकारों को भी क्वारंटाइन में डाला गया है।
भारतीय अमेरिकी पत्रकार ब्रह्म कांचीबोटला का भी न्यूयॉर्क में निधन हो गया है। वे 66 बरस के थे। 28 मार्च को उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जब उनमें कोरोना वायरस होने के लक्षण देखे गए थे। 31 मार्च को जब उन्हें सांस लेने में ज्यादा तकलीफ हुई तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। 6 अप्रैल को ब्रह्म ने आख़िरी सांस ली तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रह्म कांचीबोटला के निधन पर ट्वीट करते लिखा- “भारतीय-अमेरिकी पत्रकार ब्रह्म कांचीबोटला के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्हें उनके शानदार काम और भारत-अमेरिका को करीब लाने के प्रयासों के लिए याद रखा जाएगा। उनके परिवार और मित्रों के लिए संवेदनाएं।ॐ शांति।”
त्रिलोक चन्द्र भट्ट , हरिद्वार उत्तराखंड की शीर्ष पत्रकारों की संस्था नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट ( एन.यू. जे.) के प्रदेश अध्यक्ष हैं और वरिष्ठ पत्रकार है. राज्य आंदोलन में आपकी अग्रणी भूमिका रही और साथ ही कई पुस्तकों का लेखन एवं संपादन आपके द्वारा किया गया है. आपका वर्तमान केंद्र हरिद्वार , उत्तराखंड में है.
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