बड़ी खबर : CBSE की 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द, पीएम मोदी की अध्यक्षता में लिया गया फैसला

देश को हर क्षेत्र में बनाना होगा आत्मनिर्भर , बढ़ें पूरे आत्मविश्वास के साथ - प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी

देश को हर क्षेत्र में बनाना होगा आत्मनिर्भर , बढ़ें पूरे आत्मविश्वास के साथ - प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी

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न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com )- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में आज सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया गया है। पीएम मोदी ने इस सम्बन्ध में आज राज्यों और अन्य हितधारकों के साथ व्यापक चर्चा की, जिसके बाद परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और सेहत सर्वोपरि है। ऐसे माहौल में बच्चों को तनाव देना उचित नहीं है। पीएम ने कहा कि वर्तमान स्थिति में बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते हैं। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर भी मौजूद थे। इनके अलावा शिक्षा मंत्रालय के दोनों सचिव (स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा) और सीबीएसई के चेयरमैन भी बैठक में शामिल थे। इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया है कि, सीबीएसई स्पष्ट और विषयनिष्ठ मानकों के अनुसार तय समय के भीतर कक्षा बारहवीं के छात्रों के परीक्षा परिणाम संयोजित करने के लिए कदम उठाएगा।

विद्यार्थियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण

इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि देश भर में कोविड की स्थिति एक गतिशील स्थिति है। हालांकि देश में कोविड संक्रमितों की संख्या कम हो रही है और कुछ राज्य प्रभावी सूक्ष्म-नियंत्रण के माध्यम से स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं, जबकि कुछ राज्यों ने अभी भी लॉकडाउन का विकल्प चुना है। ऐसे में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को लेकर अभिभावक और शिक्षक स्वाभाविक रूप से चिंतित हैं। ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का अत्यधिक महत्व है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज के समय में इस तरह की परीक्षाएं हमारे युवाओं को जोखिम में डालने का कारण नहीं हो सकती हैं।

निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से तैयार हो परिणाम: पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि सभी हितधारकों को विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है। पीएम ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया कि इन परीक्षाओं के परिणाम अच्छी तरह से परिभाषित मानदंडों के अनुसार निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से तैयार किए जाएं। व्यापक परामर्श प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के कोने-कोने से सभी हितधारकों से परामर्श करने के बाद ही यह छात्र-हितैषी निर्णय लिया गया है। पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने के लिए सभी राज्यों को भी धन्यवाद दिया।

जानकारी के लिए बता दें कि आज की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि पिछले साल की तरह, यदि कुछ विद्यार्थी परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर उन्हें सीबीएसई द्वारा ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा।

इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने 21 मई को एक उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसमें केंद्रीय मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया था। इसके बाद, 23 मई को केंद्रीय रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी, जिसमें राज्यों के शिक्षा मंत्रियों ने भाग लिया था। इन बैठकों में सीबीएसई परीक्षाओं के संचालन के विभिन्न विकल्पों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त फीडबैक पर चर्चा की गई थी।

साभार : पीबीएनएस

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