सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार होते हैं – डॉ० शैलेश उप्रेती

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“सिंक्रोनाइज़िंग मोलेक्युल्स टू मशीन फॉर द बेटरमेंट ऑफ़ ह्यूमन्काइन्ड” विषय पर आमंत्रित वार्ता का आयोजन

नैनीताल ( nainilive.com )- कुमाऊँ विश्वविद्यालय के डायरेक्टरेट ऑफ़ विजिटिंग प्रोफेसर्स द्वारा दिनांक 4 मार्च 2024 को रात्रि 8 बजे से चार्ज सीसीसीवी (सीफोरवी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं संस्थापक आनरेरी विजिटिंग प्रोफेसर डॉ० शैलेश उप्रेती के साथ “सिंक्रोनाइज़िंग मोलेक्युल्स टू मशीन फॉर द बेटरमेंट ऑफ़ ह्यूमन्काइन्ड” विषय पर आमंत्रित वार्ता आयोजित की गई। यह वार्ता गूगल मीट के माध्यम से आयोजित की गई।

न्यू यार्क (यूएसए) स्थित कंपनी चार्ज सीसीसीवी (सीफोरवी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ० शैलेश उप्रेती ने अपने व्याख्यान में कहा कि विज्ञान के बिना मनुष्य जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। आधुनिक युग में विज्ञान के क्षेत्र में होने वाले नये-नये आविष्कारों ने पूरे विश्व में क्रांति ला दी है। विज्ञान की सहायता से मानव प्रकृति और अंतरिक्ष दोनों पर विजय प्राप्त करता जा रहा है। आज से कुछ वर्ष पूर्व विज्ञान का आविष्कार पर चर्चा मात्र से ही लोग आश्चर्यचकित हो जाते थे,किंतु आज वही आविष्कार मनुष्य के दैनिक जीवन के अंग बन गए हैं। अपने व्याख्यान के दौरान डॉ० उप्रेती ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का रोचकता से जवाब दिया गया। डॉ० उप्रेती ने प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान करते हुए कहा कि लिथियम कोशिकाओं और लिथियम-आयन कोशिकाओं के बीच मुख्य अंतर यह है कि लिथियम-आयन बैटरी रिचार्जेबल होती हैं, जबकि उनके समकक्ष रिचार्जेबल नहीं होते हैं। लिथियम-आयन कोशिकाओं में चार्ज/डिस्चार्ज चक्र होते हैं जो हजारों बार तक चलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सोडियम-आयन बैटरियों के कई फायदों के कारण, ऊर्जा उद्योग में बड़े खिलाड़ी इस तकनीक को प्राप्त करने और विकसित करने में निवेश कर रहे हैं। डॉ० शैलेश उप्रेती ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार होते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सच्चा दृढ़संकल्प लेते हैं।

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कार्यक्रम का संचालन प्रो० संजय पंत द्वारा बताया गया कि चार्ज सीसीसीवी (सीफोरवी) के द्वारा न्यूयॉर्क की स्टेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने के इच्छुक कुमाऊँ विश्वविद्यालय के एक छात्र को चार साल के लिए 8 लाख रुपये प्रति वर्ष की फेलोशिप तथा रसायन विज्ञान या भौतिकी विभाग के दो पीएचडी छात्रों को अगले तीन वर्षों के लिए 8000 रुपये प्रति माह की पीएचडी फेलोशिप प्रायोजित की गई है। इसी के साथ सीफोरवी द्वारा तीन आर्थिक रूप से कमजोर परन्तु मेधावी छात्रों को तीन साल तक 5000 रुपये प्रति वर्ष फेलोशिप भी दी जा रही है।

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इस अवसर पर कुलपति प्रो० दीवान एस रावत ने डॉ० उप्रेती का स्वागत व आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अवश्य ही उनके संबोधनों से प्रतिभागी लाभान्वित होंगे। व्याख्यान में प्रो० सी०एस० मथेला, प्रो० ललित तिवारी, प्रो० एल०एस० लोधियाल, प्रो० नीलू सहित 120 प्रतिभागी शामिल रहे।

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