भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, मोदी, शाह के कसीदे पढ़े, कांग्रेस की आलोचना

Share this! (ख़बर साझा करें)

नई दिल्ली (nainilive.com) – कभी कांग्रेस के बड़े नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंतत: कांग्रेस से इस्तीफा देने के 27 घंटे बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. बुधवार 11 मार्च को करीब 3 बजे वे दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

भाजपा का दामन थामने के बाद सिंधिया ने मीडिया को संबोधित किया और बताया कि आखिर उन्हें कांग्रेस छोडऩे के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा. उन्होंनेे कहा, कांग्रेस अब पहले जैसी पार्टी नहीं रही. यहां जड़ता का वातावरण है. नए नेतृत्व और नई सोच के लिए कोई जगह नहीं है. उन्गोंने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी खूब तारीफ की और कहा कि उनके नेतृत्व में देश का भविष्य उज्ज्वल है.

यह भी पढ़ें 👉  Haldwani : ‘एक पौधा माँ के नाम’ पहल को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव, टैक्स बार एसोसिएशन ने किया पारित

सिंधिया को कांग्रेस खराब लगी, यह कहा

श्री सिंधिया ने कहा कि मेरे जीवन में दो तारीखें बहुत अहम हैं. पहली 30 सितंबर 2001, जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिता को खोया. दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 जब उनकी 75वीं वर्षगांठ पर मैंने जीवन में नए मोड का सामना करते हुए बड़ा निर्णय लिया. मैंने सदैव माना है कि हमारा लक्ष्य भारत मां की सेवा और जन सेवा होना चाहिए. राजनीति इसका एक माध्यम मात्र है. उससे ज्यादा नहीं. मेरे पूज्य पिताजी और मैंने 19 सालों में जो भी समय मिला, पूरी शिद्दत के साथ यही करने की कोशिश की है.

इसलिए छोड़ी कांग्रेस

आज कांग्रेस पार्टी को लेकर मेरा मन दुखी है, क्योंकि आज जो स्थिति बनी है, उसमें मैं कह सकता हूं कि वहां रहते हुए जनसेवा नहीं कर पा रहा था. इसके अलावा तीन बिंदु हैं, जो कांग्रेस छोडऩे का मुख्य कारण बने. यहां वास्तविकता से इन्कार किया जाता है, वास्तविकता से समझकर उसके हिसाब से काम नहीं होता, यहां जड़ता आ गई है, नई सोच, नई विचारधारा और नए नेतृत्व को सही मान्यता नहीं मिली है. ऐसा वातावरण राष्ट्रस्तर पर निर्मित हो चुका है.

यह भी पढ़ें 👉  Haldwani : ‘एक पौधा माँ के नाम’ पहल को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव, टैक्स बार एसोसिएशन ने किया पारित

मध्यप्रदेश बदहाल

मेरे गृह राज्य में हमना एक सपना संजोया था जब 2018 में सरकार बनी थी. लेकिन 18 महीने में वह सपना बिखर गया. कहा गया था कि किसानों का 10 दिन में कर्ज माफ कर देंगे, 18 महीने बाद भी किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है. आज भी किसानों को बोनस नहीं मिला है. मंदसौर गोलीकांड में जो केस दर्ज हुए थे, वो आज तक वापस नहीं हुए हैं. किसान त्रस्त है, नौजवान बेबस है. रोजगार के अवसर नहीं है. भ्रष्टाचार हो रहा है. रेत माफिया, ट्रांसफर माफिया काम कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें 👉  Haldwani : ‘एक पौधा माँ के नाम’ पहल को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव, टैक्स बार एसोसिएशन ने किया पारित

पीएम मोदी की तारीफ की

मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोजीदी, अमित शाहजी और जेपी नड्डाजी ने मुझे वो मंच प्रदान किया, जिसका आधार बनाकर मैं जनसेवा और राष्ट्रसेवा कर सकता हूं. देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुई कि दो बार पूर्ण बहुमत के साथ कोई सरकार चुन कर आए. हमारे प्रधानमंत्रीजी समर्पित भाव से काम करते हैं. वे पूरी श्रद्धा और क्षमता के साथ काम करते हैं. वे भविष्य की चुनौतियों के देखते हैं और उनका सामना करने के लिए योजना बनाते हैं. मैं कह सकता हूं कि मोदी के नेतृतव में भारत का भविष्य सुरक्षित है.

Ad Ad Ad Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page