आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना

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संतोष बोरा , नैनीताल ( nainilive.com )- उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन द्वारा आशाओं के हित में शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें उन्होंने आशाओं की मांगों को सरकार के सामने रखा। आशाओं का कहना है कि उन्होंने हमेशा ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित किए गए सारे कार्य पूरी निष्ठा से किए हैं, यहां तक कि कोरोना महामारी और लॉक डाउन में भी सारे काम आशाएं कर रही है लेकिन इसी के साथ आशाएं यह सवाल भी उठा रही है कि बिना मानदेय, बिना लॉक डाउन भत्ता , बिना कर्मचारी का दर्जा पाए आखिर वह कब तक और कैसे काम करेंगी।

एक्ट्र से सम्बन्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर यूनियन का मानना है कि कोरोना लॉक डाउन में आशाओं ने फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका का निर्वहन बखूबी अपनी जान को जोखिम में डाल कर भी किया है, इसके लिए उनको कोई भत्ता भी नहीं दिया गया है। इसलिए ही वह लॉक डाउन भत्ते की हकदार है। साथ ही फेसिलेटर, कोऑर्डिनेटर, आगनवाड़ी और अन्य स्कीम वर्कर्स की भांति आशाओं को भी नियत मासिक मानदेय दिया जाना चाहिए। आशाओं के ऊपर काम का बोझ बड़ता जा रहा है लेकिन सरकार काम का मेहताना देने के समय में मुंह मोड़ रही है। साथ ही को मासिक परिश्रमिक 2000 रुपए की घोषणा राज्य सरकार ने की थी वह कभी भी समय पर नहीं मिलता है और अगर कभी समय पर मिल भी गया तो वह आय आशाओं की महीने भर फिल्ड में आने जाने में खर्च हो जाता है।

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आशाओं को मातृ शिशु मृत्यु दर कम करने को नियुक्त किया गया था लेकिन उन पर फालतू के कामों का बोझ डाल दिया जाता है। इसी के साथ आशाओं की यह मांग भी है कि सेवा के समय दुर्घटना , हार्ट अटैक या बीमारी होने की स्थिति में उनको सुरक्षा प्रदान करने के लिए नियम बनाया जाए और न्यूनतम दस लाख रुपए के मुवावजे का प्रावधान किया जाए। बीएचएनसी का पैसा आशाओं के खाते में नहीं डाला जाए ।

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ज्ञापन में आशाओं ने कहा कि 3 जुलाई शुक्रवार के दिन आशाएं पूरे राज्य में धरना प्रदर्शन के रही हैं, इसके बाद भी अगर उनकी मांग ना मानी गई तो यूनियन अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन द्वारा आशाओं की की जा रही उपेक्षा की होगी।

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इस अवसर पर कमला कुंजवाल, गीता नैनवाल, पुष्पा खुलबे, भगवती शर्मा, कुसुम लता सनवाल, कमला डालाकोटी, गंगा आर्य, सुमन बिष्ट, पूनम आर्य, हेमा आर्या, सरिता कुरिया, कमला बिष्ट, पुष्पा मेहरा, नीमा कनवाल, बिमला, हीरा देवी, भगवती सनवाल, किरन महरा, नीतू पुजारी, मनीषा आर्या, ऊषा आर्या, निर्मला चंद्रा आदि उपस्थित रहे।

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