BSF ने दिए 8 जवानों के खिलाफ कोर्ट मार्शल का आदेश

Share this! (ख़बर साझा करें)

कोलकाता ( nainilive.com )- पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बांग्लादेशी नागरिक को कथित तौर पर निर्वस्त्र करने, उसे पैरों से मारने और उसकी पिटाई करने के एक वीडियो के हाल ही में सामने आने के बाद बीएसएफ ने अपने आठ कर्मियों के खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

बीएसएफ प्रमुख उत्थान के बंसल के अनुसार, जिन कर्मियों के खिलाफ कोर्ट मार्शल के आदेश दिए गए हैं उन्हें घटना की पिछले माह की गई एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया था. ये कर्मी अपने बचाव के लिए, कोर्ट मार्शल के दौरान अपना पक्ष रख सकते हैं.

बीएसएफ के महानिदेशक ने बताया कि घटना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी हो चुकी है. अब हम कोर्ट मार्शल का आदेश दे रहे हैं जहां सबूतों पर विचार किया जाएगा. यह बीएसएफ अधिनियम के तहत होने वाली प्रक्रिया है. इसके बाद पीठासीन अधिकारी सजा के स्तर के बारे में फैसला करेगा.

उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया, उन्हें दोषी पाया गया है. दोष किस हद तक है और बचाव में वे जो कहते हैं, वह अदालत की कार्रवाई का भाग है और इसके पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. सजा के बारे में पीठासीन अधिकारी फैसला करेंगे.

मोबाइल फोन से तैयार किया गया एक वीडियो पिछले माह सामने आया जिसमें सीमा सुरक्षा बल के जवान 32 वर्षीय एक बांग्लादेशी पर हमला करते नजर आ रहे हैं. इस व्यक्ति की पहचान अब्दुल शेख के तौर पर हुई है जो बांग्लादेश के चपाईनवाबंगज में अबासिया का रहने वाला है.

शेख सीमा पर कथित तौर पर पशुओं की तस्करी कर रहा था और बीएसएफ के जवानों ने उसे पकड़ लिया. आठों जवान बीएसएफ की 105 वीं बटालियन के हैं और यह घटना मुर्शिदाबाद जिले के चारमुरासी सीमा चौकी पर हुई.

बीएसएफ के महानिदेशक ने कहा कि सीमा पर तस्करी और गैरकानूनी तरीके से दूसरी ओर जाने के प्रयासों पर रोक के लिए बीएसएफ भारत-बांग्लादेश सीमा पर कुछ चयनित चौकियों पर अपने जवानों की संख्या बढ़ा रही है.

उन्होंने कहा कि विश्लेषण के बाद हमने भारत-बांग्लादेश की कुल 4,095 किमी सीमा के 107 किमी भाग में फैली अपनी 23 चौकियों की पहचान की है जो सीमा पर होने वाले अपराधों, तस्करी, हिंसक हमले और गैरकानूनी तरीके से सीमा पार करने की दृष्टि से संवेदनशील हैं.

बंसल ने कहा यह तो कुल सीमा क्षेत्र का एक छोटा भाग है. हमारा इरादा अपने बलों की संख्या इन इलाकों में बढ़ाने तथा गैर घातक हथियार मुहैया कराने का है. उन्होंने कहा कि ये कदम उठाए जाने पर बॉर्डर गार्डस बांग्लादेश (बीजीएस) के साथ समन्वय से सीमा पर अपराध कम किये जा सकते हैं.

बंसल ने कहा कि हमने इन चौकियों की सूची बांग्लादेश को देकर उनसे इन इलाकों में गश्त बढ़ाने को कहा है. अगर वे इन 23 सीमा चौकियों पर अवांछित गतिविधियों को रोक सकते हैं, और हम भी अपनी ओर से प्रयास कर रहे हैं, तो मुझे लगता है कि सीमा पर अपराध में 50 से 60 फीसदी की कमी आ सकती है.

उन्होंने कहा कि सीमा पर लोगों के साथ बीएसएफ अत्यधिक संयंम बरत रहा है जबकि आपराधिक तत्वों और तस्करों ने बल के गश्ती दलों पर हमले बढ़ा दिए हैं. बंसल ने कहा इस संयंम का नकारात्मक पक्ष यह है कि अब आपराधिक तत्वों को लगता है कि बीएसएफ उन पर गोली नहीं चलाएगी. इसलिए उनके हौसले बुलंद हैं और वे खुल कर बल पर हमले करते हैं.

Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page