शहीदों को भी भुला दिया कोरोना ने

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कारगिल शहीद मेजर राजेश अधिकारी की शहीदी दिवस पर नही था कोई याद करने वाला

संतोष बोरा , नैनीताल ( nainilive.com )- 30 मई कारगिल शहीद मेजर राजेश अधिकारी की शहादत दिवस पर, आज उनको याद करने वाला कोई नही था। होने को उस देशभक्त शहीद की प्रतिमा तो नगर में स्थापित की गई है लेकिन शायद अब उनकी शहादत नगरवासियों, राजनेताओ व समाजसेवियों की यादों से धूमिल हो चुकी है।

वर्ष 1999 में जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले में घुसपैठ करा पाकिस्तान ने भारत की पीठ में एक और छुरा घोप दिया था। दो महीनें तक चला कारगिल युद्ध 3 मई, 1999 को शुरू हुआ और खत्म 26 जुलाई, 1999 को समाप्त हो गया था। भारत को इस जीत की भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। आधिकारिक तौर पर इसमें भारत के 527 सैनिक शहीद हुए जबकि पाकिस्तान के करीब 453 सैनिक मारे गए।

मेजर राजेश सिंह अधिकारी ने भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को कायम रखते हुए दुश्मन की उपस्थिति में असाधारण वीरता व उत्कृष्ट नेतृत्व का प्रदर्शन किया, उन्हे मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।

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