एम आई ई टी हल्द्वानी द्वारा किया गया अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन

Share this! (ख़बर साझा करें)

अंचल पंत , नैनीताल ( nainilive.com )- एम आई ई टी कुमाऊं द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का इस आयोजन आज दिनांक 5,6 जुलाई 2020 दिन रविवार को किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का विषय मॉडर्न इंस्ट्रुमेंटल तथा करेक्टराइजेशन टेक्निक इन अप्लाइड साइंसेज था।। इस अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर तथा एचएनबी कॉलेज खटीमा के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय दर्जा राज्यमंत्री उच्च शिक्षा डॉ बहादुर सिंह बिष्ट, गेस्ट ऑफ ऑनर प्रोफेसर दुर्गेश पंत डायरेक्टर यूसर्क एवं अध्यक्ष प्रो ओ पी एस नेगी वाइस चांसलर उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी रहे ।

माननीय दर्जा राज्यमंत्री उच्च शिक्षा डॉ बहादुर सिंह बिष्ट ने कांफ्रेंस के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने के लिए एम आई ई टी परिवार तथा एचएनबी कॉलेज को बधाई दी तथा उन्होंने कहा कि कि यह कॉन्फ्रेंस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान के क्षेत्र में एक आयाम स्थापित करेगी उन्होंने एम आई ई टी परिवार के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर तरुण सक्सेना डॉ आशीष कुमार डॉ आशुतोष भट्ट को विशेष रूप से बधाई दी तथा इतने बड़े स्तर से इसे आयोजित करने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। तथा उन्होंने यह भी कहा कि आज हम कोविड-19 के पीरियड में वर्चुअल टेक्नोलॉजी के माध्यम से अपने शिक्षा क्षेत्र को नए आयाम देंगे।


कार्यक्रम के कीनोट स्पीकर प्रोफेसर दुर्गेश पंत डायरेक्टर यूसर्क ने न्यूरल नेटवर्क तथा विज्ञान के विकास के बारे में बताया। प्रो पंत ने भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित और समस्त अप्लाइड साइंसेज सब्जेक्ट से लेकर इमर्जिंग टेक्नोलॉजी तक विस्तार से चर्चा की। प्रोफेसर डॉक्टर ओ पी एस नेगी वाइस चांसलर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने कहा कि लगातार विज्ञान के क्षेत्र में मॉडर्न इंस्ट्रुमेंटल टेक्निक का उपयोग किया जा रहा है तथा हिमालयन क्षेत्र में रोजगार क्रिएट करने में मॉडर्न टेक्नोलॉजी की विशेष भूमिका होगी।

कांफ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग डायरेक्टर प्रोफेसर कमल के पांडे ने रसायन विज्ञान में मॉडर्न इंस्ट्रुमेंटल टेक्निक के उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र में इन टेक्निक्स के द्वारा किए जा रहे शोध पर भी प्रकाश डाला तथा कोविड-19 के उपचार हेतु बनने वाली वैक्सीन और दबाव में इन टेक्निक्स का महत्व बताया।

इसी क्रम में डॉक्टर विश्वनाथन यूएसए डॉ कविता गुप्ता जर्मनी डॉक्टर अभिषेक माथुर महाराष्ट्र द्वारा बताया गया कि किस प्रकार इंस्ट्रुमेंटल टेक्नोलॉजी विभिन्न क्षेत्रों जैसे एग्रीकल्चर, नैनो टेकनोलॉजी, बायो टेक्नोलॉजी, बायोफ्यूल तथा अन्य शोध के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है।


इस अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कांफ्रेंस के संयोजक मिस्टर तरुण सक्सेना एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एम आई ई टी हल्द्वानी तथा डॉक्टर आशीष कुमार डॉ आशुतोष भट्ट ने बताया कि आज प्रथम दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों ने अपने विचार रखें कि किस प्रकार हम इंस्ट्रुमेंटल टेक्नोलॉजी के रोल को शिक्षा तथा शोध के क्षेत्र में स्थापित कर सकते हैं तथा उन्होंने यह भी बताया कि द्वितीय दिवस पर डॉक्टर अभिषेक मिश्रा यूएसए से डॉक्टर निशांत वर्मा आईआईटी दिल्ली से डॉ आलोक कुमार यूएसए से डॉक्टर सीवी प्रमोद सीएसआर लैब देहरादून डॉक्टर मनोहर लाल यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली डॉक्टर बी श्रीधर सीएसआर लैब हैदराबाद से अपने विचार रखेंगे कल का सत्र प्रातः 10:00 बजे से शुरू होगा तथा साय कालीन 3:00 बजे तक चलेगा।

इस अवसर पर एम आई ई टी संस्थान के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन विष्णु शरण अग्रवाल जी और पुनीत अग्रवाल जी ने एम आई ई टी परिवार को सफल कॉन्फ्रेंस आयोजन हेतु अग्रिम शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से डॉक्टर ममता बेलवाल, डॉक्टर अवधेश जौहरी डॉ मनीषा कोरंगा डॉ शिव कुमार उपाध्याय डॉक्टर ओपी नौटियाल, डॉक्टर गोविंद पाठक , पंकज मेहता, वैशाली जोशी , दीक्षा जोशी, काजल जोशी, शिवा हसन और समस्त एम आई ई टी स्टॉफ और शिक्षकगण उपस्थित रहे।

Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page