नैनीताल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल टिफ़िन टॉप में हुआ भूस्खलन , डोरोथी सीट ढह गयी

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नैनीताल ( nainilive.com )- विश्वप्रसिद्ध पर्यटन नगरी नैनीताल में खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। बीते कुछ सालों में हुए अंधाधुंध अवैध भारी निर्माण और प्रशासनिक लापरवाही के कारण नगर में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। बलियानाला, ठंडी सड़क, मॉलरोड , चार्टन लॉज , बिरला रोड, चीना पीक के साथ साथ अब टिफ़िन टॉप में भी भूस्खलन हो गया है। बीती रात्रि नैनीताल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में रात्रि 11 बजे हुए भूस्खलन की तेज आवाज से नैनीताल के लोग घबरा कर घरों से बाहर निकल आये. घने कोहरे के कारण बाहर कुछ भी नहीं दिख रहा था। थोड़ी देर में सोशल मीडिया में टिफ़िन टॉप के पास रेस्टोरेंट चलाने वाले परिवार की युवती ने घटना की सूचना दी की टिफ़िनटॉप में स्थित डोरोथी सीट ढह गयी है। उसने बताया की देर रात तेज बारिश के बीच बाहर बहुत तेज आवाज आयी। उन्होंने बाहर जाकर देखा तो डोरोथी सीट भूस्खलन की जद में आकर खाई में समा गयी। तुरंत जिला प्रशासन को सूचना दी गयी , जिसके बाद नैनीताल डीएम वंदना सिंह ने तुरंत प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा। मौके पर पहुँच कर एसडीएम नैनीताल प्रमोद कुमार ने बताया की सभी लोग सुरक्षित हैं और नीचे आबादी में कोई नुक्सान नहीं हुआ है।

टिफ़िन टॉप नैनीताल का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ पर स्तिथ डोरोथी सीट से नैनीताल का बेहद शानदार नजारा दिखता है. लेकिन अब इस नज़ारे को देखने की हसरत पूरी नहीं हो पाएगी। पूर्व में भी प्रसिद्ध छायाकार एवं पर्यावरणविद पद्मश्रीअनूप साह ने इस क्षेत्र में आ रही दरार को लेकर प्रशासन को चेताया था, साथ ही स्थानीय सभासद मनोज साह जगाती ने कई बार पत्र लिखकरऔर व्यक्तिगत रूप से भी इस स्थल के स्थाई ट्रीटमेंट को लेकर प्रशासन से आग्रहकिया था, लेकिन प्रशासन कोरे प्रस्ताव बनाने तक ही सीमित रहा और बिना उपचार के आज यह स्थल भूस्खलन की चपेट में आ गया।

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स्थानीय लोगों में आक्रोश

स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद से काफी आक्रोश और डर दिख रहा है। इस स्थान के ठीक नीचे स्तिथ प्रसिद्ध आवासिय विद्यालय सहित आबादी क्षेत्र है। गनीमत रही की वहां कोई नुक्सान नहीं हुआ.यहाँ इस क्षेत्र बीते कुछ वर्षों में काफी भारी निर्माण कार्य भी हुआ है। घटना की सूचना के बाद से स्थानीय लोग सोशल मीडिया में नैनीताल में हो रहे अनियंत्रित भारी निर्माण और अनियंत्रित पर्यटन को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। बुनियादी ढांचों में सुधार और ट्रीटमेंट के बजाय सौंदर्यीकरण के नाम पर कराये जा रहे कार्यों पर भी नाराजगी जाहिर हो रही है.

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