Exclusive : भारतीय सोलर मिशन आदित्य L 1, आदित्य होगा देश का नया कीर्तिमान

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-आत्मनिर्भर भारत की ओर देश का स्पेस में अगला कदम
-अगले साल किया जाएगा लॉन्च , कोविद 19 के कारण हो रहा मिशन में विलंब
-4 सौ करोड़ की लागत से इसरो समेत देश की स्पेस एजेंसिया मिशन पूरा करने में जुटी

न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com )- दोराय नही की देश खगोल के क्षेत्र में दुनिया के विकसित देशों के समकक्ष्य जा पहुचा है। अब बारी एक और बुलंदी हासिल करना है। जिसका नाम है मिशन आदित्य । इस स्वदेशी मिशन के को-इन्वेस्टिगेटर एरीज के निदेशक प्रो दीपंकर बनर्जी ने विस्तार से बातचीत के दौरान कहा कि हम ब्रह्मांड की ऊंचाइयों को छूने के लिए कदम दर कदम आगे बढ़ रहे हैं। अब बारी मिशन आदित्य की है। आदित्य हमें सूरज के पास तक ले जाएगा। जिससे हम सूरज की हर गतिविधि पर नजर रख सकेंगे।

सूरज ही हमारा नजदीकी वह तारा है, जो दूर के तारों को समझने में हमारी अहम मदद कर सकता है। इसलिए आदित्य मिशन भारतीय सौर वैज्ञानिकों के लिये बेहद महत्वपुर्ण है। इसके लॉन्चिंग में देरी भले ही हो रही है, लेकिन जब इसे उसकी कक्ष्या में प्रक्षेपित कर दिया जाएगा तो हमारे लिए सूर्य के अध्ययन में बेहद आसानी हो जाएगी। कोरोना संकट न आता तो सम्भवतः इस वर्ष के अंतराल में ही प्रक्षेपण कर दिया जाता। आदित्य में अत्याधुनिक उपकरणों से लेस किया जा रहा है, जो एक तरफ सीधे सूरज से आंख लड़ा सकेगा, तो दूसरी ओर सोलर फ्लेयर के दौरान सूर्य से धरती के चुम्बकीय क्षेत्र में आने वाले विकिरण की जानकारी हमे देगा। इस मिशन को इसरो लीड कर रहा है, जबकि अन्य खगोलीय संस्थान उपकरण बनाने समेत अन्य रूप से भागीदारी कर रहे हैं। इस मिशन से जुड़े होने के नाते उन्हें खुद इसकी लॉन्चिंग का बेसब्री से इंतज़ार है।

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