सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स पर विशेष रूप से कार्य करने की है आवश्कता – डॉ रघुवीर सिंह रावत

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न्यूज़ डेस्क , देहरादून ( nainilive.com ) – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि उत्तराखण्ड प्रांत के द्वारा आज दिनांक 5 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम विख्यात पर्यावरणविद् श्री सुंदरलाल बहुगुणा को विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पर्यावरण गतिविधि के प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख डॉक्टर दीवान सिंह रावत ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत एवम् परिचय कराया। चमोली के विभाग संयोजक श्री विक्रम सिंह नेगी ने संगठन मंत्र बोलकर कार्यक्रम को प्रारंभ किया।

प्रांतीय स्तर पर आयोजित किए गए ऑनलाइन कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रगतिशील किसान पदमश्री श्री प्रेम चन्द्र शर्मा जी ने अपने व्याख्यान में पर्यावरण असंतुलन होने के दुष्प्रभावों पर बोलते हुए कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा जिससे जलवायु परिवर्तन की घटनाओं में सुधार होगा। हम सभी को जैविक कृषि को अपनाना होगा, वन्य जीवों को बचाना होगा, प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करना होगा।

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पर्यावरण गतिविधि उत्तराखंड के प्रांत संयोजक एवम् माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार के प्रमुख सलाहकार डॉ रघुवीर सिंह रावत जी ने पर्यावरण दिवस की संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित इस वर्ष की थीम “इकोसिस्टम रेस्टोरेशन” के बारे में बताया। डॉक्टर रावत कहा कि वैज्ञानिक रिपोर्ट यह बताती हैं कि पिछले पचास वर्षों में 52 प्रतिशत जैव विविधता विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी हैं। उन्होंने कहा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा बनाए गए सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स पर विशेष रूप से कार्य करने की आवश्कता है। डॉ रावत ने जंगलों में लगने वाली आग को बचाने, सघन वन लगाने, मृदा संरक्षण करने, जल संरक्षण करने आदि पर कार्य करने का आवाहन किया जिससे हमारा पर्यावरण सुरक्षित रह सके, मानव समाज स्वस्थ रह सके तथा जीव जंतुओं की रक्षा हो सके।

कार्यक्रम में पेड़ आयाम प्रमुख श्री धन सिंह घरिया पेड़ वाले गुरुजी ने अपने व्याख्यान में बताया कि पेड़ पौधों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। उनके द्वारा किए जा रहे पौधरोपण कार्यक्रमों पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्य में समाज के साथ साथ विद्यार्थियों को भी जोड़ा गया है।

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कार्यक्रम में देहरादून महानगर (उत्तर) के पर्यावरण संयोजक एवम् सह प्रमुख जल आयाम डॉक्टर भवतोष शर्मा ने जल आयाम के उद्देश्य बताते हुए कहा कि जल संरक्षण के कार्य में व्यक्तिगत, व्यावसायिक एवम् सामाजिक स्तर पर सहयोगात्मक रूप से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने अपने व्याख्यान में जल संरक्षण की विभिन्न विधियों के बारे में बताया।

कचड़ा एवम् प्लास्टिक आयाम प्रमुख एवम् ऋषिकेश के जिला संयोजक श्री हेमन्त गुप्ता ने कचरे के प्रवंधन, पॉलीथीन निस्तारण, इको ब्रिक अभियान पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हमको किस प्रकार गीले और सूखे कचरे को अलग अलग करके आगे कार्य करना है। प्लास्टिक के कचरे को कैसे कम करना है तथा पर्यावरण को बचाना है। कचरे से निकलने वाली हानिकारक गैसें पर्यावरण व जीव जंतुओं को कैसे हानि पहुंचाती है।

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कार्यक्रम में श्री दीप चन्द्र पाण्डेय, जिला संयोजक रानीखेत ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा डा भवतोष शर्मा ने कल्याण मंत्र किया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में गतिविधि के प्रांतीय टीम के पदाधिकारी, विभाग संयोजक, जिला संयोजक, सोशल मीडिया प्रमुख, पर्यावरण प्रहरी, गैर सरकारी संगठन के लोग, मातृ शक्ति द्वारा प्रतिभाग किया गया।

पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण गतिविधि द्वारा विद्यार्थीयों के लिए प्रांतीय स्तर पर पर्यावरण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका परिणाम दिनांक 15 के पश्चात घोषित किया जाएगा। पर्यावरण गतिविधि द्वारा प्रांत के हर जिले में पौधरोपण का कार्य, घरों पर वायु शुद्धि हेतु यज्ञ का आयोजन घरेलू स्तर पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए किया गया ।

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