नैनीताल जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया राखी पर्व

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हिमानी बोहरा, नैनीताल ( nainilive.com )- सोमवार को पूरे देश भर में आज भाई बहन के प्रेम का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। आज के दिन बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती है और उनकी लंबी आयु की दुआ करती है साथ ही रक्षा का वचन लेती है। हिन्दू कलेंडर के अनुसार रक्षाबंधन श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार रक्षाबंधन में जो योग बना है वो 558 वर्ष बाद बना है। तो यह कहना कतई गलत नहीं होगा की इस वर्ष भाई बहन का पवित्र पर्व बेहद खास रहा साथ ही इस वर्ष रक्षाबंधन पर सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान का योग बना। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन पर कई भाई बहन एक दूसरे से मिल नहीं पाए जिन्होंने मैसेज या फोन से ही राखी की शुभकामनाएं दी। साथ ही इस बार चीन के प्रति लोगों में बहुत आक्रोश भी देखने को मिला। चीनी राखियों का देश भर में विरोध किया गया। जिसके चलते ना ही ग्राहकों ने चीनी राखियों की मांग की और ना ही दुकानदारों में अपनी दुकानों को चीनी राखियों से सजाया था। देश भर में वोकल फॉर लोकल को ध्यान में रखते हुए भारतीय राखियों का ही प्रयोग किया।

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राखी की तैयारियां देश भर में एक दो महीने पहले से ही होने लगी थी। जिसके चलते इस बार कई लोगों और संस्थाओं द्वारा घरों में राखियों का निर्माण कर उन्हें बाजारों में बेचा गया।

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इस वर्ष राखी में बाजारों में वोकल फॉर लोकल में रहा फोकस:

हर बार बाजार चीनी राखियों से सजी रहती थीं लेकिन इस वर्ष देश भर में चीनी राखियों का बहिष्कार किया गया जिसके अन्तर्गत ग्रामीण और बेरोजगारों को राखियां बनाने की ट्रेनिंग दी गई। लॉकडाउन के चलते जिन लोगों का रोजगार छीन गया था उन्होंने इस वर्ष राखियां बना कर बाजार में बेच कर रोजगार ढूंढा। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में भी बाजारों में मेड इन इंडिया वाली राखियां ही देखने को मिली। दुकानदारों ने बताया कि चीनी राखियां ना ही वो बाजार में लाए है और ना ही ग्राहक मांग कर रहे है। इस वर्ष पूरी बाजार मेड इन इंडिया राखियों से ही सजी मिली।

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महिलाओं द्वारा बनाई गई तरह तरह कि राखियां:

उत्तराखंड की ऐपण कला को नया आयाम देने वाली कुमाऊं की ऐपण गर्ल ने भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक राखी को नया स्वरूप दिया है। ऐपण विधा के साथ तैयार ऐपण राखी को खूब पसंद किया जा रहा है। ऐपण को नया आयाम देने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से चर्चित हुई मीनाक्षी को लोगो द्वारा ऐपण गर्ल नाम दिया। रक्षाबंधन को देखते हुए मीनाक्षी द्वारा ऐपन की राखियां तैयार की गई जिनको लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया। इसी प्रकार कई संस्थाओं द्वारा भी राखियों का निर्माण किया गया और बाजारों में बेचा गया इससे बेरोजगारों को रोजगार भी उपलब्ध हुआ और बजारें भी मेड इन इंडिया वाली राखियों से सजी हुई दिखी।

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