भाईयों की कलाई की शोभा बढायेगी स्पर्श गंगा राखियां

भाईयों की कलाई की शोभा बढायेगी स्पर्श गंगा राखियां।

भाईयों की कलाई की शोभा बढायेगी स्पर्श गंगा राखियां।

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संतोष बोरा, नैनीताल ( nainilive.com) – केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की प्रेरणा से आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को पूरा करने हेतु इस बार स्पर्श गंगा अभियान की मातृशक्ति, रक्षाबन्धन में चाइनीज राखी का पूर्णता बहिष्कार कर, स्वनिर्मित राखियों को भाइयों की कलाई पर बाधेंगी।

कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के आईपीएसडीआर में आज विद्यार्थियों द्वारा हस्तनिर्मित सांस्कृतिक, मेडिकेटेड स्पर्श गंगा राखियों का प्रदर्शन किया गया।

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इस अवसर पर बीबीए की छात्रा स्वेता राणा ने बताया कि उसके द्वारा इन स्पर्श गंगा राखियों में पहाड़ की परम्परागत औषधियों हल्दी, राई और कपूर का उपयोग किया जा रहा है जो पानी से भीगने पर सेनेटाइजर का कार्य करेगी।त्यौहारों के मद्देनजर नही होगा शनिवार रविवार को लॉक डाउन

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बीकॉम ऑनर्स की छात्रा दिव्या साह ने बताया कि इन राखियों को उत्तराखंड की लोक चित्रकला “ऐपण” से सुसज्जित किया गया है जिससे हमारी परम्पराओं के प्रति जागरूकता उत्पन्न होगी।
एमकॉम की छात्रा ऋचा पाण्डे ने बताया कि उसके द्वारा मेंहदी का उपयोग करते हुए इन राखियों को तैयार किया गया है।

स्पर्श गंगा अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक एवं निदेशक, आईपीएसडीआर प्रो अतुल जोशी ने बताया कि पूरे प्रदेश में इस अभियान से जुड़ी मातृशक्ति द्वारा डा निशंक की प्रेरणा से आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करते हुए राखियों का निर्माण किया जा रहा है।

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उन्होंने बताया कि स्पर्श गंगा अभियान से जुड़ी एवं रुड़की में रहने वाली गीता कार्की ने गंगा तट के खूबसूरत चमकीले पत्थरों तथा परम्परागत पूजा अर्चना में प्रयुक्त किए जाने वाले कलावा धागों से स्पर्श गंगा रक्षा सूत्र बना रही हैं। हरिद्वार में रीता चमोली के नेतृत्व में, पिथौरागढ़ में मोहन जोशी के नेतृत्व में, हल्द्वानी में डॉ एस डी तिवारी व सोनल पाण्डे के नेतृत्व में स्पर्श गंगा राखियाँ तैयार की जा रही है।

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उन्होंने कहा कि संस्थान की छात्राओं द्वारा जो लोग बाजार से मंहगी राखियां खरीदने में सक्षम नहीं हैं उनमें इन राखियों का निशुल्क वितरण किया जायेगा। विश्वास है कि आने वाले राखी के त्यौहार में ये स्पर्श गंगा राखियां भाईयो की कलाई पर बहिन के प्यार के साथ-साथ मां गंगा का स्पर्श भी दिलायेगी।

इस दौरान प्रो बी एल साह, प्रो सुची बिष्ट, प्रो किरन बर्गली, के के पाण्डेय्, विनोद जोशी, डा सारिका जोशी आदि मौजूद रहे

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