वनाग्नि पर रोक के लिए केंद्र से मिले दो हेलीकाप्टर

नैनीताल के जंगलों में नहीं थम रहा भीषण आग का सिलसिला, विद्युत आपूर्ति रही ठप

नैनीताल के जंगलों में नहीं थम रहा भीषण आग का सिलसिला, विद्युत आपूर्ति रही ठप

Share this! (ख़बर साझा करें)

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से किया था अनुरोध , वन विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश पर रोक, रेस्पोंस टाईम में कमी लाने के दिए गए निर्देश

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने वनाग्नि की घटनाओं को अत्यंत गम्भीरता से लेते हुए वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा शासन, पुलिस व वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि प्रबंधन की समीक्षा एक आपात बैठक आहूत कर जरूरी निर्देश दिए।

न्यूज़ डेस्क , देहरादून ( nainilive.com )- मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने बताया है कि प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दो हेलीकाप्टर उपलब्घ कराए गए हैं। इस संबंध में उनकी  केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से फोन पर वार्ता हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री ने हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया है। आवश्यकता होने पर एनडीआरएफ की टीमें भी भेजी जाएंगी।

जाने हल्दी सेवन के फायदे – हल्दी ( Turmeric ) है गुणकारी – पर ज्यादा मात्रा में सेवन से हो सकती है परेशानी I हल्दी के फायदे https://youtu.be/587nsmpGmus

जाने एसिडिटी के कारण एवं निवारण – अम्लपित्त से कैसे पाएं छुटकारा I HYPER ACIDITY I Ayurvedic treatment of Hyper Acidity I https://youtu.be/hOCHERk6_RM

नैनीताल के जंगलों में नहीं थम रहा भीषण आग का सिलसिला, विद्युत आपूर्ति रही ठप
नैनीताल के जंगलों में नहीं थम रहा भीषण आग का सिलसिला, विद्युत आपूर्ति रही ठप

 
एक हेलीकाप्टर गौचर में स्टेशन करेगा जो कि श्रीनगर से पानी लेगा। दूसरा हेलीकाप्टर हल्द्वानी में स्टेशन करेगा और भीमताल झील से पानी लेगा। राज्य के अघिकारी केंद्र सरकार के अधिकारियों के लगातार सम्पर्क में हैं।

यह भी पढ़ें 👉  हिमालयन प्रोगेसिव स्कूल किच्छा द्वारा आयोजित हिमालयन फुटबॉल चैम्पियनशिप में भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय नैनीताल का कब्जा

मुख्यमंत्री के निर्देश पर वन विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। सभी अधिकारियेां और कर्मचारियों को अपने कार्यक्षेत्र में बने रहने को कहा गया है। प्रदेश भर में तैनात किए गए फायर वाॅचर को 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।

देखे अनिद्रा के कारण एवं निवारण – https://youtu.be/MsrtCnyUF-k नींद न आना INSOMNIA भी है एक बीमारी I INSOMNIA I SLEEP DEPRIVATION I जाने कारण एवं इलाज I

जाने दही के सही सेवन के तरीके – दही है अमृत के समान। गलत तरीके से खाने पर विष के समान। जाने कब, कैसे, किसके साथ खाएं। Dahi ke fayde https://www.youtube.com/watch?v=U7cpcT3Igdo

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा शासन, पुलिस व वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि की वर्तमान स्थिति और इससे निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं की सूचना कंट्रोल रूम को अविलम्ब मिलनी चाहिए और रेस्पोंस टाईम में कमी लाई जाए। वन पंचायतों सहित स्थानीय लोगों का सहयोग लिया जाए परंतु इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चे और बुजुर्ग आग बुझाने के लिए न जाएं। लोगों को जागरूक किया जाए। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। गांवों और रिहायशी इलाकों के आसपास झाडियां साफ की जाएं।  

यह भी पढ़ें 👉  कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने किया बलियानाले पर किए जा रहे सुरक्षात्मक, विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण

यह भी पढ़ें : जिला बार मे नामांकन प्रक्रिया समाप्त अंतिम दिन दो सहित कुल तेरह प्रत्याशियों ने कराया विभिन्न पदों के लिये नामांकन

यह भी पढ़ें : मेलाधिकारी दीपक रावत ने शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया

 
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि से क्षति होने पर प्रभावितो को मानकों के अनुरूप  मुआवजा जल्द से जल्द मिल जाना चाहिए। फील्ड स्तर पर गाड़ियों व उपकरणों की कमी नहीं होनी चाहिए। जहां जरूरी हो, वहां तत्काल बिना समय गंवाए इनकी व्यवस्था कर ली जाएं। कंट्रोल रूम की संख्या बढ़ाई जाए।

यह भी पढ़ें :शहरों में होर्डिगं लगाकर अपराधियों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा

 
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों का संरक्षण, उत्तराखण्डवासियों की परम्परा में है। परंतु कुछ शरारती तत्व जानबूझकर वनों में आग लगाते हैं। ऐसे तत्वों की पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए। कुम्भ मेला क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।

यह भी पढ़ें : भवनों के आवंटन न होने को लेकर शहरी विकास मंत्री को राहुल पुजारी ने सौंपा ज्ञापन

यह भी पढ़ें 👉  कुमाऊं विश्व विद्यालय के पूर्व छात्रा प्रो प्रीती सक्सेना हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शिमला की कुलपति नियुक्त

यह भी पढ़ें : अंग्रेजी विभाग में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न

 
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में वनाग्नि की घटनाओं को न्यूनतम करने के लिए एक दीर्घकालीक प्लान भी बनाया जाए और उसी के अनुरूप तैयारियां की जाएं। तहसील व ब्लाॅक स्तर तक कंट्रोल रूम और फायर स्टेशन स्थापित हों।

यह भी पढ़ें : नैनीताल के जंगलों में नहीं थम रहा भीषण आग का सिलसिला, विद्युत आपूर्ति रही ठप

यह भी पढ़ें : सैनिक स्कूल घोड़ाखाल का प्रवेश परीक्षा परिणाम घोषित

 
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में इस वर्ष 983 घटनाएं हुई हैं। जिससे 1292 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावति हुआ है। वर्तमान में 40 एक्टिव फायर चल रही है। नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी गढ़वाल और पौड़ी गढ़वाल वनाग्नि से अधिक प्रभावित है। वनाग्नि को रोकने के लिए 12 हजार वन कर्मी लगे हैं। 1300 फायर क्रू स्टेशन बनाए गए हैं।

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करी महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा

 
इस वर्चुअल बैठक में मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश, डीजीपी श्री अशोक कुमार, प्रमुख वन संरक्षक श्री राजीव भरतरी, सचिव श्री अमित नेगी, श्री शैलेश बगोली, श्री एस.ए.मुरूगेशन सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी और सभी जिलाधिकारी व डीएफओ उपस्थित थे।

Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page