उत्तराखंड को मिला पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन – ओहो रेडियो उत्तराखंड, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

उत्तराखंड को मिला पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन - ओहो रेडियो उत्तराखंड, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

उत्तराखंड को मिला पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन - ओहो रेडियो उत्तराखंड, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

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न्यूज़ डेस्क , देहरादून ( nainilive.com )- देहरादून स्थित बल्लूपुर चौक में उत्तराखंड के पहले डिजिटल रेडियो स्टेशन ‘‘ओहो रेडियो उत्तराखंड’’ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ‘‘ओहो रेडियो उत्तराखण्ड’’ के माध्यम से उत्तराखण्ड की संस्कृति, परिवेश, बोलियों एवं अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। एप के माध्यम से ओहो रेडियो उत्तराखंड को दुनियाभर में सुना जा सकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह रेडियो स्टेशन अपने कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में जागरूकता लाएगा एवं लोगों के दुःख-दर्द एवं समस्याओं को भी उजागर करेगा। इससे सरकार को भी लोगों की समस्याओं के समाधान में मदद मिलेगी। इस अवसर पर विधायक गणेश जोशी भी उपस्थित थे।

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उत्तराखंड के पहले डिजिटल रेडियो स्टेशन ” ओहो रेडियो उत्तराखंड’’ के मालिक उत्तराखंड के मशहूर रेडियो जॉकी आरजे काव्य हैं. उत्तर का पुत्तर और एक पहाड़ी ऐसा भी के नाम से मशहूर रेडियो प्रोग्राम की एंकरिंग करने वाले मशहूर रेडियो जॉकी आरजे काव्य ने इस रेडियो चैनल की शुरुआत की है , जिसमे पहाड़ के हर जिले की आवाज की गूँज सुनाई देगी। 24 घंटे चलने वाले इस चैनल में नैनीताल एवं देहरादून जिले के लिए 3 -3 घंटे और अन्य जिलों के लिए 1 घंटे का एपीसोड है.

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कौन हैं आरजे काव्य ?

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उत्तराखंड के मशहूर रेडियो जॉकी आरजे काव्य का असली नाम कवीन्द्र सिंह मेहता है। मूल रूप से उत्तराखंड के सुदूर जिले बागेश्वर के मूल निवासी कवीन्द्र सिंह मेहता का जीवन भी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. पढ़ाई में वह एक औसत दर्जे के छात्र थे. 12 वीं की पढ़ाई के लिए उनके माता -पिता ने उन्हें उनके मामा के पास दिल्ली भेज दिया। वहां वह औसत अंकों के साथ 12 वीं तो पास कर गए , लेकिन मन में कुछ अलग करने की धुन थी. इस धुन को दिशा मिली , लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म में विद्या बालन के किरदार – गुड मॉर्निंग इंडिया से. और यहीं से कवीन्द्र सिंह मेहता ने ठानी आरजे काव्य बनने की. अपनी आवाज और हुनर पर भरोसा कर भास्कर समूह के माय एफएम् में दिए ऑडिशन से चयनित होकर शुरू हुआ उनका सफलता का सफर अनवरत जारी है. उत्तराखंड में रेड एफएम के साथ उनके द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम उत्तर का पुत्तर और एक पहाड़ी ऐसा भी ने उन्हें प्रसिद्ध कर दिया। अपनी मनमोहक एवं दिलकश आवाज और लुभावने प्रस्तुतीकरण ने काव्य को राज्य का नंबर 1 रेडियो जॉकी बना दिया।

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