ओटो मोड पर नहीं खुले नैनीझील से पानी निकासी के लिए लगाए गए स्काडा गेट , मैन्युअल आधार पर हुई नैनीझील से पानी की निकासी

Share this! (ख़बर साझा करें)

न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com )- बीते सोमवार से हो रही मूसलाधार बारिश ने नैनी झील के जलस्तर को अपने सर्वाधिक लेवल 12 फुट से अधिक कर दिया। जिससे नैनी झील पानी से लबालब भर गयी। वहीँ झील के जल स्टार के 12 फ़ीट से अधिक होते ही झील के गेट खोल कर पानी की निकासी शुरू कर दी जाती है। इस कार्य के लिए बीते वर्षों तक मैन्युअल आधार पर गेट खोले जाते रहे हैं। इस वर्ष लगभग 78 लाख रूपये खर्च कर अत्याधुनिक सैंसरयुक्त स्काडा गेट लगाए गए , जिनके माध्यम से पानी की निकासी आटोमेटिक आधार पर किया जाना था। लेकिन सोमवार शाम नैनीझील का जल स्तर 12 फुट से अधिक हो गया लेकिन लाखों रूपये खर्च कर पानी की निकासी के लिए लगाए गए अत्याधुनिक सैंसरयुक्त स्काडा गेट अपने आप नहीं खुले। दोनों गेटों से पानी डिस्चार्ज नहीं होने के कारण ओवरफ्लो होकर बाहर बहने लगा और गेट अपने आप नहीं खुले। काफी देर तक झील के पानी के ओवरफ्लो होने के बाद सिंचाई विभाग के अवर अभियंता भागे भागे आए , जिसके बाद उनके द्वारा मैनुअल मोड पर स्काटा गेटों को कुछ देर के लिए खोलकर नैनीझील से पानी की निकासी की गयी । बीते सोमवार को पहली बार नैनी झील अपने सर्वोच्च लेवल 12 फ़ीट को पार कर गयी , जिसके बाद इस बार पहले ही प्रयास में ओटो मोड पर चलने वाले स्काटा गेटों के फ्लाप होने से विभाग की इस पूरी कार्ययोजना पर सवालिया निशान लग गए हैं।


नैनीताल झील में स्काडा गेट आजादी के बाद पहली बार बदले गए , जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने बताया था की दोनों गेटों में सैंसर लगे हुए है और जैसे ही झील का जल स्तर 12 फुट तक पहुंचेगा, यह स्काडा गेट स्वतः ही तीन इंच तक खुल जाएंगे और जैसे ही जल स्तर 12 फुट से कम होगा तो दोनों गेट अपने आप बंद भी हो जाएंगे। सोमवार की शाम हुई मूसलाधार बारिश के बाद जल स्तर 12 फुट को पार कर गया लेकिन ओटो मोड पर संचालित होने वाले और सैंसर युक्त स्काडा गेट अपने आप नहीं खुले।

यह भी पढ़ें 👉  आयुक्त दीपक रावत ने किया निमार्णाधीन जमरानी बांध परियोजना का स्थलीय निरीक्षण

विभागीय अवर अभियंता नीरज तिवारी का कहना है कि स्काडा गेट को संचालित करने वाली मशीन ओटो मोड पर नहीं थी। उसे मैनुअल मोड पर रखा गया था जिसके चलते गेट अपने आप नहीं खुले। कुछ तकनिकी दिक्कते हैं जिन्हे शीघ्र ही दूर किया जा रहा है , जिसके बाद स्थिति ठीक हो जायेगी।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में यहां महसूस किए गए भूकंप के झटके
Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page