उत्तराखंड के इस जिलाधिकारी ने पहाड़ी में चिट्ठी लिख करी अपील, जाने क्या लिखा इस पाती में ?
नैनीताल ( nainilive.com )- उत्तरकाशी के युवा जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान का काम करने का अपना अलग ही अंदाज है. हिंदी एवं उर्दू भाषा के उम्दा जानकार जिलाधिकारी आशीष चौहान अपनी विशिष्ट कार्यशैली और कर्मठता के लिए जाने जाते हैं. नैनीताल के उपजिलाधिकारी रहते हुए लिए गए प्रसाशनिक निर्णय हों, या फिर पिथौरागढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के रूप में खेलों को गति देने के लिए फूटबाल कप की शुरुआत या फिर उत्तरकाशी में जिलाधिकारी के रूप में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए हर्षिल एप्पल फेस्टिवल और कैफ़े शॉप्स आदि की अभिनव शुरुआत हो, इन सबमे आपका एक विशेष अंदाज हमेशा झलकता है. साहित्य और फोटोग्राफी के प्रति आपकी रूचि आपको हमेशा जनमानस से जोड़े रखने का काम करती है. और आपकी यही शैली आपको कभी थकने नहीं देती है. चाहे फिर कितने किलोमीटर पैदल चलकर सुदूर गाँव में पहुँच कर समस्याओं को सुलझाना ही क्यों न हो.
ऐसा ही आपका विशिष्ट अंदाज आज कोरोना आपदा के समय भी देखने को मिला , जब प्रवासी उत्तराखंडी भाइयों के प्रदेश वापसी के सरकार द्वारा लिए गए निर्णय पर आपने एक बहुत ही बाहुक अपील पहाड़ी गढ़वाली भाषा में ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों को लिखी है. सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई इस अपील में आपने ” सबु तैं म्यर रैबार ” के शीर्षक के साथ निवेदन किया है की सभी प्रवासी भाई बंधू अगर आपके गाँव में आते हैं , तो उन्हें लॉक डाउन के नियमों और प्रोटोकॉल के तहत अनिवार्य रूप से अपना स्वास्थय परीक्षण करा कर 14 दिनों के लिए होम क्वरेन्टीन का पालन कराया जाए. अगर गाँव में कोई भी व्यक्ति बाहर से आता है, तो उसकी सूचना कण्ट्रोल रूम में देना अवश्य सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी की पहाड़ी में करी गयी यह अपील निश्चित रूप से इस महामारी को रूकने में प्रभावी होगी।
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -
Naini Live is a news portal which provides news across Uttarakhand and Madhya Pradesh. We do provide advertisement services as well.