वन विभाग के ढुलमुल रवैये से शिकारियों के हौसले बुलंद, लॉकडाउन से अब तक तेंदुए समेत कई अन्य जानवर फ़स चुके है फंदों मे

वन विभाग के ढुलमुल रवैये से शिकारियों के हौसले बुलंद, लॉकडाउन से अब तक तेंदुए समेत कई अन्य जानवर फ़स चुके है फंदों मे

वन विभाग के ढुलमुल रवैये से शिकारियों के हौसले बुलंद, लॉकडाउन से अब तक तेंदुए समेत कई अन्य जानवर फ़स चुके है फंदों मे

Share this! (ख़बर साझा करें)

वन विभाग सोया है कुम्भकरणी नींद। सोमवार को लगे मिले कई फंदे

बबलू चंद्रा , ज्योलिकोट ( nainilive.com )- नैनीताल से सटे आसपास के ग्रामीण इलाकों मे इन दिनों शिकारियों का बोलबाला है, जंगल सहित आवासीय क्षेत्रो मे बेख़ौफ़ शिकारी लगातार वन्य जीव जंतुओं के शिकार मे व्यस्त है तो विभाग के कर्मी क्षेत्र मे गश्त करने की भी जहमत नही कर रहे। कोरोना आपदाकाल मे शांत वातावरण, जंगल की हरियाली व आगजनी वनाग्नि की कम घटनाओं के कारण वन्यजीवों के लिए जहां वरदान साबित हुआ, वही शिकारियों की सक्रीयता ने भी जंगल मे तेज रफ्तार पकड़ी है।

सोमवार को क्षेत्र मे पक्षियों के लिए लगाए गए फंदे

बेलुवाखान ग्राम सभा के मनोरा रेंज के जंगल मे ज्योल तोक के आवासीय क्षेत्र से 100 मीटर की दूरी पर 20 मई को तेंदुए का सड़ा गला शव बरामद हुआ था, जिसके गले मे क्लच वायर का फंदा लगा हुआ था, इससे पूर्व भी इसी क्षेत्र मे फंदों मे फसे वयस्क गुलादर को रेस्क्यू कर बचाया गया था। उसी क्षेत्र मे कुछ दिनों बाद 27 मई को जंगली मुर्गी को मय अंडो के साथ शिकारियों ने अपना शिकार बना लिया था। जबकि कई अन्य जानवर व दुर्लभ पक्षी भी इसी क्षेत्र मे शिकारियों द्वारा लगाए फंदों मे फ़स कर अपनी जान गवाँ चुके है।

20 मई को फंदे मे फ़स कर जान गवा चुका गुलादर फाइल फोटो,

क्षेत्र मे रहने वाले पक्षी प्रेमी पारस राज बोरा सहित अन्य वाईल्डलाइफर अब तक आसपास के जंगल से अनगिनत फंदों को निकाल चुके हैं। सोमवार को इसी क्षेत्र लगे कई फंदों की कतार साफ तौर पर इशारा कर रहे है कि शिकारियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि लागातर घटनाओं के सामने आने के बाद भी वे बेख़ौफ़ हो कर शिकार की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। विभाग का यही रवैया रहा तो निकट भविष्य मे कई वन्य जीवो का अस्तित्व संकट मे आने के साथ ही विलुप्ति के कगार मे पहुँच जाएगा।

क्षेत्र मे कई दुर्लभ जीव इस लॉकडाउन काल मे सड़को मे स्वतंत्र चहल कदमी करते भी नजर आ चुके है। वन विभाग को कुंभकरणी नींद से जाग कर उनकी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए, शिकारियों मे जल्द से जल्द अंकुश न लगाया गया तो निःसन्देह प्रकृति के इन अनमोल रत्नों को खोने मे ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।

Ad Ad Ad Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page