Tokyo Paralympics: जयपुर के बेटे ने गोल्ड जीत रच डाला इतिहास, भारत हुआ गौरवान्ति
National न्यूज डेस्क (nainilive.com)- टोक्यो पैरालंपिक में लगातार भारतीय खिलाड़ी अपना परचम लहराने में लगे हुए है। इसी बीच एक गौरवान्ति कर देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल कृष्णा नागर ने गोल्ड मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन किया है। एसएल6 क्लास फाइनल में कृष्णा नागर ने हांगकांग के चु मान केइ 21-17, 16-21, 21-17 को उन्होनें मात दी है। बता दे कि टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन में यह देश का चौथा मेडल है। जबकि टोक्यो पैरालंपिक में यह भारत का 5वां गोल्ड है। इससे पहले कृष्णा से पहले बैडमिंटन में प्रमोद भगत गोल्ड, सुहास यतिराज सिल्वर और मनोज सरकार ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर चुके है।
आपको बता दे कि पैरालंपिक खेलों में भारत को पहला गोल्ड मुरलीकांत पेटकर ने 1972 में जीता था। वही देवेंद्र झाझरिया ने एथेंस ओलंपिक 2004 और रियो ओलंपिक 2016 में भालाफेंक में भारत को गोल्ड दिलाया. वहीं रियो खेलों में मरियप्पन थंगावेलु ने ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीता था।
मिली जानकारी के मुताबिक कृष्णा नागर के जयपुर के रहने वाले है और नागर ने एसएल6 क्लास में पदक अपने नाम किया है। जिसमें छोटे कद के खिलाड़ी खेलते हैं. जब कृष्णा महज 2 साल थे तभी डॉक्टर्स ने कह दिया था कि उनकी लम्बाई ज्यादा नहीं बढ़ेगी. घर में भाई-बहन, माता-पिता सभी की लंबाई सामान्य है, लेकिन कृष्णा नागर की लम्बाई 4.6 फीट से आगे नहीं बढ़ सकी।