एक्सक्लूसिव : शानदार रहा रिंग ऑफ फायर सूर्यग्रहण का नजारा, एरीज के वैज्ञानिकों ने 4 दूरबीनों से दिखाया सूर्यग्रहण

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अब अगला वलयाकार सूर्यग्रहण 11 साल बाद देखने को मिलेगा।

न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com )- आज साल का सबसे बड़ा दिन और साथ में योग दिवस, इस बीच लगे सूर्यग्रहण ने इस दिन को इतिहास में दर्ज करा दिया। सुबह 10.25 बजे सूर्यग्रहण शुरू हुआ जो दोपहर 1.54 बजे तक काले साये में सूर्य पर नजर आया।

मगर चरमावस्था पर यानी 12.08 बजे पूर्ण वलयाकार के बाद बालों का छटना शुरू हुआ तो चाँद के साये में लिपटा सूर्य नजर आने लगा। यह दृश्य दर्शनीय था। जिसे एरीज में एकत्र लोगों ने खूब निहारा। इस बीच हल्के बादलों का आना जाना लगा रहा। जिस कारण ग्रहण की सुंदरता अधिक बढ़ती चली गई। दोपहर 1.54 बजे सूर्य ग्रहण के साये मुक्त हो गया।

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इस दौरान एरीज के निदेशक प्रो दीपांकर बनर्जी लोगों को सूर्यग्रहण की जानकारी देते नजर आए तो पूर्व निदेशक डॉ वहाबुद्दीन लोगों को सूर्य के रहस्यों की जानकारी देते रहे। डॉ एसबी पांडे भी अपनी टीम के साथ दूरबीनों के जरिये ग्रहण का नजारा दिखाते रहे। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में दुर्लभ सूर्यग्रहण है। इसमें चन्द्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक नही पाया।

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सूर्य का अंतिम हिस्सा छाया से मुक्त रहने के कारण ये एक आग के छल्ले के समान नजर आता है। जिस कारण इसे वलयाकार सूर्यग्रहण कहा जाता है। अब ऐसा ही सूर्यग्रहण भारत में अगली बार 21 मई 20131 में नजर आएगा। यंहा सूर्य का 96 फीसद हिस्सा ही ग्रहण का रहा। जिस कारण वलयाकार का नजारा नैनीताल से देखा जाना संभव नही था।

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