जंगल से छावनी परिषद कैलाखान की ओर बढ़ रही भीषण आग को बुझाकर फायर कर्मियों ने ली राहत की सांस
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न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com ) – उत्तराखंड के जंगलों में लगी भयंकर दावानल से हालात बड़े खराब हो गए है। पर्यावरणीय प्रदुषण के साथ साथ जंगलों में ले यह भीषण आग एक बड़ा मुद्दा बन गया है। वहीँ वन विभाग तमाम प्रयासों के बावजूद भी आग को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। यह हालत तब हैं , जब केंद्र से इस दावानल को रोकने के लिए एयर फाॅर्स के हेलिकोपटर की भी मदद ली जा रही है , वहीँ सरकार ने अपने वरिष्ठम अधिकारियों को नोडल बनाकर ग्राउंड जीरो में तैनात कर रखा है.
अब इस मुद्दे को लेकर उत्तराखंड हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए बीते दिवस इससे सम्बंधित दायर जनहित याचिका में सुनवाई की। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान के समक्ष अधिवक्ता दुष्यन्त मैनाली ने उत्तराखंड के वनों में लगी भीषण आग के मामले का उल्लेख किया था । कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए बीते दिवस मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में मामले की सुनवाई हुई।
इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाने के साथ ही प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी को बुधवार को सुबह सवा दस बजे व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में तलब किया है। कोर्ट ने पूछा कि 2016 के कोर्ट के आदेश का अनुपालन क्यों नहीं किया गया। कोर्ट ने तब आधुनिक उपकरण क्रय करने समेत दावानल नियंत्रण को जरूरी कदम उठाने के आदेश पारित किए थे।