नैनीताल में पीने के पानी को लेकर एक बड़ी आबादी गंभीर संकट में , स्थायी समाधान की कोई आस नहीं

Share this! (ख़बर साझा करें)

न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com ) – नैनीताल में बीते 4 दिनों से लगातार पीने के पानी का गंभीर संकट झेलने को मजबूर एक बड़ी आबादी को पांचवे दिन भी कोई राहत नहीं मिली। एडीबी द्वारा निर्मित पानी की मैन राइजिंग लाइन में ग्रामीण अभियंत्रण सेवा की विभागीय लापरवाही के कारण हुई क्षति को ठीक करने में जल संस्थान के पसीने निकल रहे हैं। यह दो विभागों के बीच के आपसी सामंजस्य की कमी का भी जीता जागता उदाहरण तो है ही , वहीँ जन प्रतिनिधियों की भी इतनी गंभीर समस्या के कोई ठोस समाधान के लिए सामने नहीं खड़े होने का नुक्सान जनता को उठाना पड़ रहा है। नगर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहाँ जहाँ प्राकृतिक श्रोत हैं , वहां भोर सवेरे से देर रात्रि तक पानी भरने को लेकर लाइन लगी पड़ी है। साथ ही जल संस्थान की वैकल्पिक व्यवस्था के तहत टैंकरों से पानी की सप्लाई भी नाकाफी साबित हो रही है।

आज सवेरे राइजिंग लाइन में जैसे ही पानी की सप्लाई चालू की गयी , वैसे ही प्रेशर के वाइब्रेशन से लाइन एक बार फिर फैट गयी। फव्वारे के साथ फटी लाइन ने नजदीक के पेड़ों की जड़ों को भी खोकला कर दिया। एक बार फिर विभाग ने लाइन को ठीक करने के प्रयास तो शुरू कर दिए है , लेकिन इसका रिजल्ट कल सवेरे तक ही देखने को मिल पाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  9वीं एवं 10वीं में पढ़ने वाले इन छात्रों को भी मिलेगी पीएम यशस्वी योजना के तहत छात्रवृत्ति , ऐसे करें आवेदन

दो विभागों के आपसी सामांजस्य की कमी से लगभग १० हजार लोगों को जिसमे स्थानीय और पर्यटक शामिल हैं , इस दिक्कत को झेलने को मजूर होना पड़ रहा है। जल संस्थान के अधिशाषी अभियंता श्री चौहान ने बातचीत में बताया की उन्होंने आरडब्ल्यूडी को पहले ही सूचित कर दिया था की इस स्थान से पानी की लाइन जाती है , इसके बावजूद भी जेसीबी मशीन से बिना विभागीय स्वीकृती के खुदाई कर लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसके बाद शुरू हुए अभियान में प्राथमिकता लाइन को जोड़कर सीमेंट कॉन्क्रीट से पैक करने की है , जिसमे समय लगने की उम्मीद हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा की दोषी ठेकेदार के विरुद्ध एफआईआर विभाग द्वारा दर्ज कर दी गयी है।

यह भी पढ़ें 👉  त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर घर-घर जाकर होगा मतदाता सूची की गणना एवं सर्वे कार्य

वहीँ इस पूरी समस्या के लिए जिम्मेदार कार्यदायी विभाग के अधिशाषी अभियंता श्री जोशी ने गलती स्वीकारते हुए माना की ठेकेदार द्वारा लापरवाही पूर्ण किये गए कार्य के कारण एक बड़ी आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है , लेकिन जल संस्थान के पूर्व में सूचना के आरोपों को वह सिरे से नकार गए।

यह भी पढ़ें 👉  कुमाऊं विश्व विद्यालय के पूर्व छात्रा प्रो प्रीती सक्सेना हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शिमला की कुलपति नियुक्त

बहरहाल रात्रि 10 बजे तक कार्य गतिमान था , लेकिन जलापूर्ति के सोमवार देर सायं तक चालो होने की ही उम्मीद हैं।

Ad
नैनी लाइव (Naini Live) के साथ सोशल मीडिया में जुड़ कर नवीन ताज़ा समाचारों को प्राप्त करें। समाचार प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page